मेगास्टार अनिल कपूर ने अपने सोशल मीडिया पर अनदेखी तस्वीरों के एक कोलाज के साथ 'लम्हे' के 33 साल पूरे होने का वर्षगांठ मनाया
अनिल कपूर को हमेशा ऐसी फिल्में देने की आदत रही है जो स्थायी प्रभाव वाली सार्थक कहानियां कहती हैं। ऐसी ही एक फिल्म है जिसने अपनी रिलीज के 33 साल पूरे कर लिए हैं और वह है 'लम्हे'। अपने सोशल मीडिया स्टोरीज़ पर एक कोलाज में पर्दे के पीछे की तस्वीरें साझा करते हुए, मेगास्टार ने लिखा, "यश चोपड़ा जी जैसे दूरदर्शी निर्देशक के साथ काम करना हमेशा स्क्रीन पर जादू पैदा करने के बारे में था, न कि केवल बॉक्स ऑफिस संख्याओं का पीछा करना। मेरे लिए, 'लम्हे' थी यह सिर्फ एक फिल्म नहीं थी - यह एक अनुभव था, भावनाओं की यात्रा थी, और अपने समय से आगे की साहसिक कहानी कहने का एक प्रमाण था। आज तक, मुझे यह कहते हुए गर्व है कि यह उनके बेहतरीन कार्यों में से एक है, और इसका एक हिस्सा रहने के लिए मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। यहां 'लम्हे' की अविस्मरणीय यादें और टाइमलेस विरासत हैं! लम्हे के 33 साल।"
'लम्हे' में कपूर ने वीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ वीरेन की भूमिका निभाई, जो एक युवा एनआरआई है, जिसे पल्लवी से प्यार हो जाता है, जिसका किरदार श्रीदेवी निभाती हैं। उनकी प्रेम कहानी में दुखद मोड़ तब आता है जब पल्लवी की एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है। वर्षों बाद, वीरेन, पल्लवी की बेटी (श्रीदेवी द्वारा अभिनीत) पूजा से मिलता है, और उसके साथ एक मजबूत संबंध महसूस करता है क्योंकि वह काफी हद तक अपनी माँ की तरह दिखती है। फिल्म की कहानी वीरेन की प्रेम और मुक्ति की भावनात्मक यात्रा, किस्मत और अफसोस के विषयों पर आधारित है। अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ, अनिल कपूर ने बड़े पैमाने पर ऐसी भूमिकाएँ निभाना जारी रखें है जो दर्शकों को गहराई से प्रभावित करती हैं।
इस बीच, यह साल सिनेमा आइकन के लिए अभूतपूर्व रहा है। 'फाइटर' की बॉक्स ऑफिस सफलता के बाद, उन्होंने TIME100AI सूची में शामिल किया गया, और उनकी वेब सीरीज 'द नाइट मैनेजर' को एमी में नामांकन प्राप्त हुआ। उन्होंने 'एनिमल' में अपनी भूमिका के लिए IIFA अवार्ड भी जीता। जैसे-जैसे वह नई उपलब्धियां जोड़ना जारी रखते हैं, प्रशंसक बेसब्री से उनके अगले प्रोजेक्ट 'सूबेदार' का इंतजार कर रहे हैं, जो निर्देशक सुरेश त्रिवेणी के साथ उनका पहला सहयोग है।