जानिए, अमिताभ बच्चन को पड़े थप्पड़ का रोचक किस्सा
आज के मशहूर प्रोड्यूसर डायरेक्टर कारण जौहर के पिता यश जौहर चाहते थे कि उनकी पहली फिल्म को विजय आनंद निर्देशित करें। विजय आनंद उस समय व्यस्त थे, इसलिए, उन्होंने राज खोसला को निर्देशक के रूप में चुना। यश जौहर चाहते थे कि फिल्म में अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना मुख्य भूमिकाएं निभाएं, लेकिन स्क्रिप्ट के अनुसार, राज खोसला ने शत्रुघ्न सिन्हा को विनोद खन्ना की जगह पर कास्ट कर लिया।
फिल्म की शूटिंग के दौरान, शत्रुघ्न सिन्हा के मेकअप मैन प्रसाद का निधन हो गया। शत्रुघ्न सिन्हा ने संस्कार के बाद शोक में कुछ दिनों के लिए शूटिंग से ब्रेक ले लिया। यश जौहर को अमिताभ बच्चन की डेट्स और मेहबूब स्टूडियो में लगे शूटिंग सेट की समयसीमा खत्म होने की चिंता थी। इसलिए, उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा से शूटिंग शुरू करने के बारे में पूछा। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने डायलॉग याद करके सेट पर आधा घंटा पहले पहुंच गए। उन्होंने 10 मिनट में तैयार होकर शूटिंग शुरू कर दी। निर्देशक के "टेक" कहने के बाद ही एक ही शॉट में सीन ओके हो गया और पूरे सेट पर तालियां बज उठीं। शत्रुघ्न सिन्हा ने जब रीटेक लेने को कहा तो अमिताभ बच्चन ने उन्हें गले लगाते हुए कहा, "बस करो अब, ये सीन इससे बेहतर नहीं हो सकता।"
फिल्म के इंटरवल से ठीक पहले एक ऐसा सीन है जो अपने आप में एक मिसाल है। ये अमिताभ बच्चन के करियर का एकमात्र सीन है जब ऑनस्क्रीन कोई अभिनेता उन्हें थप्पड़ मारता है और अमिताभ पलट कर उसका जवाब नहीं दे पाते।
"दोस्ताना" के बाद अमिताभ बच्चन और शत्रुघ्न सिन्हा 1980 की फिल्म "शान" में एक साथ दिखाई दिए। मनमोहन देसाई की फिल्म "नसीब" इन दोनों स्टार्स की साथ की हुई आखिरी फिल्म थी।